सुहाना मोसम था और हवा में नमी थी
आसू की बहती नदी अभी -अभी थमी थी
मिलना तो हम भी चाहते थे पर
उनके पास वक़्त और हमारे पास सांसो की कमी थी
आप का दोस्त अमानुल्लाह खान
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