शुक्रवार, 28 जनवरी 2011


नाज़ुक सी चोट से सीसा ना टूटे

छोटी छोटी बातों से अपने ना रूठे

थोड़ी सी भी फ़िक्र है अगर आपको हमारी

तो कोसिस कीजियेगा रिस्तो की ये डोर कभी ना टूटे

आप का दोस्त फोटो जौर्नालिस्ट अमानुल्लाह खान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें