अब तो गिर गया है कफ़न
खुल के दीदार कार लो मेरा
क्यों की बंद हो गयी है वो आँखें
जिन से तुम शरमाया करती थी
अप्प का दोस्त फोटो जर्नलिस्ट अमानुल्लाह खान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें