बुधवार, 26 मई 2010

जिस को हमने चाहा प्यार की हदें तोड़कर

आज उसने देखा नहीं निगाह मोड़कर

ये जान कर बहुत दुःख हुआ मुझे

के वो खुद भी तनहा हो गए मुझे तनहा छोड़ कर

दुआ देने वाले दुआ का फरमान अभी बाकि है

उनकी वफ़ा का इम्तिहान अभी बाकि है

मेरी मौत पर भी उनकी आँखों मै आंसू नहीं

उन्हें शक है की मुझमे जान अभी बाकि है

देखो मेरी आँखों में खवाब किसके है

दिल में मेरे सुलाखते तूफ़ान किसके है

नहीं गुज़रा कोई आज तक इस रस्ते से हो कर

फिर ये कदमो के निशाँ किसके है

आप का दोस्त अमानुल्लाह खान

सोमवार, 17 मई 2010

मेरे दिल में था ठिकाना उसका

दो कदम भी उससे आया न गया

मैंने पुछा क्यों तोड़ दिया तुने वादा अपना

तो मुस्कुरा के बोले बस निभाया ना गया

आप का दोस्त अमानुल्लाह खान

मैंने पुछा खुदा से

कीमत के है प्यार की

खुदा भी हसकर बोला

आंसू भरी आँखें और उम्र इंतज़ार की

कब मैंने कहा की चांदी और सोना चाहिए
बस आप के दिल में एक छोटा सा कोना चाहिए
कहा सके जिसे हम दिल से अपना
ऐसा भी तो कोई अपना होना चाहिए
आप का दोस्त अमानुल्लाह khan

रविवार, 16 मई 2010



मुलाकात भी कभी आसू दे जाती है


नज़रे भी कभी धोका दे जाती है


गुज़रे हुए लम्हों कोयाद करके देखिये


तन्हाई भी कभी सुकून दे जाती है


आप का दोस्त अमानुल्लाह खान



हम गम छुपा के मुस्कुराते गए


वो हद्द से ज्यादा सताते गए


मेरी आँखों से घटा बरसती गयी


और वोह सावन समाज के नहाते गए


आप का दोस्त अमानुल्लाह खान



ज़रा सी ज़िन्दगी है अरमान बहुत है


हमदर्द नहीं कोई पर इंसान बहुत है


दिल का दर्द सुनाये किसको


जो शख्स दिल के करीब है वो अंजन बहुत है


आप का दोस्त अमानुल्लाह khan

शुक्रवार, 14 मई 2010



दिल ऐ नादान आज उदास बहुत था


कोई दूर होते हुए भी पास बहुत था


यु तो लोगो के लगे हुए थे मिले


फिर भी तेरी कमी का एहसास बहुत था


आप का दोस्त अमानुल्लाह खान





तू बहुत याद आई हर शाम के बाद


कभी आगाज़ कभी अंजाम के बाद


इस उगते होवे सूरज की कसम


इस दिल पे कोई नाम नहीं लिखा तेरे नाम के बाद



एक परिंदे का दर्द भरा फ़साना था


टूटे थे पंख और उड़ते हुए जाना था


तूफान तो झेल गया पर हुआ एक अफ़सोस


वही डाल टूटी जिस पर उसका आशियाना था



वो यूँ ही हमसे रूठ गए


सारे अरमान मेरे टूट गए


फासले कुछ ऐसे किये उन्होंने


की वो पत्थर बनकर जीने लगे


और हम शीशा बनकर टूट गए


आप का दोस्त अमानुल्लाह खान



मेरे कतल का इरादा हो तो खंजर से वर ना करना


मेरे मरने के लिए काफी है तेरा मुझसे रूठ जाना


आप का दोस्त अमानुल्लाह खान



हम गम की रात खयालो में कट देते है


मिले जो दिन उजालो में बाँट देते है


हम दर्द ऐ दिल को बहुत अज़ीज़ रखते है


मिले जो ख़ुशी ज़माने में बाँट देते है


आप का दोस्त अमानुल्लाह खान





नफरते लाख मिली मोहब्बत ना मिली


ज़िन्दगी बीत गई पर रहत ना मिली


उनकी महफ़िल में हर शख्स को हस्ते देखा


एक हम ही थे जिसे हसने की इजाजत ना मिली


आप का दोस्त अमानुल्लाह खान



एक लम्हा एक मंजर गुजर जाता है


जब अपना कोई बेगाना नजर आता है


यूँ तो आवाज़ आती अहि हर शीशे के टूटने की


पर कभी बिन आवाज़ के सब कुछ टूट जाता है


आप का दोस्त अमानुल्लाह खान



कभी खफा ना होना हम से


पाता नहीं जिन्दगी कब तक साथ निभाएगी


अगर आप भी हम से रूठ जाओगे


तो मिट ज़िन्दगी से पहले आ जाएगी


आप का दोस्त अमानुल्लाह खान


कभी ज़िन्दगी में किसी के लिए मत रोना

क्यू की वो तुम्हारे आंसुओ के काबली नहीं होगा

और वो जो काबिल होगा वो तुम्हे कभी रोने नहीं देगा

आप का दोस्त अमानुल्लाह खान

मेरी एक भूल ही मेरी खता बन गयी

मेरी वफाये ही मेरी सजा बन गयी

दिल लिया और खेलकर दिल को तोड़ दिया ।

हमारी तो जान गयी और उनकी ये अदा बन गयी

आप का दोस्त अमानुल्लाह खान

हस्ती मिट जाती है आशियाना बनाने में

बहुत मुस्किल होती है अपनों को समझाने में

एक पल में हमको भुला ना देना

ज़िन्दगी लग जाती है किसी को अपना बनाने में

आप का दोस्त अमानुल्लाह खान

खुल के दिल से मिलो तो सजा देते है लोग

सच्चे जज्बात भी ठुकरा देते है लोग

क्यों देखेंगे दो इंसानों का मिलना

बैठे हुए दो परिंदों को भी उड़ा देते है लोग

आप का द०स्त अमानुल्लाह खान

रात नहीं ख्वाब बदलता है

मंजिल नहीं कारवा बदलता है

जज्बा रखो हर दम जितने का

क्यू की किस्मत चाहे बदले ना बदले पर वक़्त जरुर बदलता है

आप का दोस्त अमन उल्ल्हा खान

नाम ऐ मोहब्बत से खुसबू ऐ वफ़ा आती है

मेरे दिल से तेरी धरकन की सदा आती है

जब भी करते हो याद हुम्हे दिल से

यु लगता जन्नत आती है

हम भी देखें तेरी वफ़ा कौन सी है

दिल जिसपे मरता है वो अदा कौन सी है

या तो करदे कतल या लगा ले सीने से

बता इन दोनों में तेरी राजा कौन सी है

आप का दोस्त अमानुल्लाह खान

सोमवार, 10 मई 2010



दिल के कहने पे सारी दुनिया चोर आये


सभी रिश्ते नातों से मुह मोड़ आये


हमसे ना माँगा हिसाब वफाओं का यारों


उनकी चाहत में हम ना जाने कितनो का दिल तोड़ आये



काश दिल की आवाज़ में इतना असर हो जाये


के हम याद करें और आप को खबर हो जाये


आज रब से बस इतनी दुआ है


आप जो भी मांगे वो हकीकत हो जाये


आप का दोस्त अमानुल्लाह खान



उसे चाहना हमारी कमजोरी है


उसे कह ना पाना हमारी मजबूरी है


वोह क्यूँ नहीं समझते इस ख़ामोशी को


क्या प्यार का इज़हार करना इतना ज़रूरी है



कफ़न ना डालो मेरे चेहरे पर


मुझे आदत है मुस्कुराने की


आज की रात ना दफनाओ मुझे यारो


आज उम्मीद है उसके आने की



एक फ़रिश्ता मिला जो जीना सिखा गया


आसुओ की नमी को पीना सिखा गया


कभी गुजारी थी वीरानो में ज़िन्दगी अपनी


वो फ़रिश्ता वीरानो में भी महफ़िल सजा गया



करोगे याद गुज़रे ज़माने को


तरसोगे हमारे साथ एक पल बिताने को


फिर आवाज़ दोगे हमें वापस आने को


हम कहेंगे दरवाज़ा नहीं है कबर से बहार आने को




शुक्रवार, 7 मई 2010



यु तो हर किसी से मोहब्बत नहीं होती


मोहब्बत को पाना सब की किस्मत नहीं होती


हम दिल रख आये उन के कदमो में


ये जानते हुए की उनकी नज़र ज़मीन पर नहीं होती


आप का दोस्त अमानुल्लाह खान


निकलते है आंसू जब मुलाकात नहीं होती

टूट जाता है दिल जब बात नहीं होती

अपनी दोस्ती की कसम मेरे दोस्त

ऐसी सांस नहीं लेते जिसमे आप की याद नहीं होती

unki dosti के abhi nishan baki hai

naam lab par hai और jaan baki hai

kya hua agar dekh kar muh pher lere hai

tasalli hai mujhe ki unki nazar में meri pehchaan baki hai

aap ka dost amanullah khan

यु ही आँखों से आंसू बहते नहीं

किसी और को हम अपना कहते नहीं

तुम्ही हो जो नजरो में रुक से गए

वरना रुकने के लिए हम किसी से कहते नहीं



ये छोटी सी इबादत एक बड़ा सिला देगी


गुलाब की तरह आपका चेहरा खिला देगी


मत भूलना कभी मेरी यादो को


क्यू की मेरी याद ही कभी ना कभी आपको हँसा देगी


आप का दोस्त अमानुल्लाह खान



वक़्त ने हमें चुप रहना सिखा दिया


हालत ने सब कुछ सहना सिखा दिया


अब किसी से कोई आस नहीं जिंदगी को


तनहइयो ने हमें अकेले जीना सिखा दिया


आप दोस्त अमानुल्लाह खान



तेरे दिल पे एक दिन राज करेंगे


कभी इसी बात पर हम नाज़ करेंगे


तेरे लिए उस खुदा से सारी खुशिया मांग कर


तुझ्हे एक आंसू के लिए मोहताज करेंगे


आप का दोस्त अमानुल्लाह खान