जिस को हमने चाहा प्यार की हदें तोड़कर
आज उसने देखा नहीं निगाह मोड़कर
ये जान कर बहुत दुःख हुआ मुझे
के वो खुद भी तनहा हो गए मुझे तनहा छोड़ कर
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