हस्ती मिट जाती है आशियाना बनाने में
बहुत मुस्किल होती है अपनों को समझाने में
एक पल में हमको भुला ना देना
ज़िन्दगी लग जाती है किसी को अपना बनाने में
आप का दोस्त अमानुल्लाह खान
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