खुल के दिल से मिलो तो सजा देते है लोग
सच्चे जज्बात भी ठुकरा देते है लोग
क्यों देखेंगे दो इंसानों का मिलना
बैठे हुए दो परिंदों को भी उड़ा देते है लोग
आप का द०स्त अमानुल्लाह खान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें