नफरते लाख मिली मोहब्बत ना मिली
ज़िन्दगी बीत गई पर रहत ना मिली
उनकी महफ़िल में हर शख्स को हस्ते देखा
एक हम ही थे जिसे हसने की इजाजत ना मिली
आप का दोस्त अमानुल्लाह खान
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